दीमक के नुकसान: आपके घर को दीमक के हमले से कितना नुकसान हो सकता है? इस खतरे के बारे में जानिए और कैसे उससे बचा जा सकता है
आपके घर और संपत्ति पर प्रभाव को समझें
दीमक के नुकसान के प्रमुख संकेत
1. घर के महंगे फर्नीचर का खोखला होना
- सबसे बड़ा नुकसान दीमक महंगे फर्नीचर का करती है।
- इन फर्नीचर पर दीमक के खास निशाने होते हैं: घर के दरवाजे, खिड़कियों की चोखटें, दीवार से लगी अलमारी, मॉड्यूलर किचन, डबल बेड, और दीवार से लगने वाला इंटीरियर और फर्नीचर।
- इनके अलावा, घर के बाकी सारे इंटीरियर फर्नीचर भी दीमक के शिकार हो सकते हैं।
2. घर के जरूरी कागज, कैश और किताबों का नुकसान होना
- आप भले ही इनको अलमारी में बंद करके रख दें, लेकिन दीमक इन तक पहुंच जाती है।
- इसके अलावा, दीमक कपड़ों को भी चट कर जाती है, क्योंकि यह लखड़ी में पाया जाने वाला सेल्यूलोज को पसंद करती है।
3. घर के ढ़ांचे का कमजोर होना
- दीमक आपके घर की दीवारों और छत के साथ लगे फर्नीचर को कमजोर करती है और इस वजह से घर का स्ट्रक्चर कमजोर होता है, जिससे फर्नीचर के गिरने टूटने की संभावना होती है।
- खासकर लकड़ी के बीम या सपोर्ट कॉलम कमजोर होने पर ज्यादा खतरा बनता हैं, इससे घर रहने वालों के लिए असुरक्षित हो जाता है।
4. घर की वायरिंग से छेड़छाड़
- कई बार दीमक दीवार के अंदरुनी वायरिंग के सहारे आसन रास्ता ढूंढ़ती है और अगर वायर बीच में आ जाए तो वायर को छबा कर आगे का रास्ता बना लेती हैं।
- इससे बिजली के तार की इंसुलेशन खराब होती है और आग लगने की स्थिति बनती है।
- विशेष रूप से वायरिंग अगर फर्नीचर से होके गुजरे तो आग का खतरा और भी बढ़ जाता है।
5. घर की सुन्दरता मे खलल
- दीमक की वजह से घर के फर्नीचर एवं कई अन्य जगहों से मिट्टी गिरने लगती है, जिससे फर्नीचर टूटा फूटा और पुराना सा दिखने लगता है।
- इससे घर की सुंदरता और आभा खराब होती है।
6. अन्य परेशानियां
- दीमक से नुकसान होने के चलते कई अन्य परेशानियां और भी खड़ी हो जाती हैं, जैसे कि वापस से इंटीरियर कराने की जद्दोजहत, टूटे गले फर्नीचर को नए फर्नीचर से बदलने की आफत, और खर्चे का भार।
- इसके बाद, दीमाकरोधी ट्रीटमेंट में पूरे घर के सामान को शिफ्टिंग आदि करने में समस्याएँ आ सकती हैं।
इन सबके अलावा, दीमक की वजह से आपकी प्रॉपर्टी की कीमत पर भी असर होता है, क्योंकि दीमक वाली प्रॉपर्टी में दिक्कतों की वजह से आसानी से कोई पैसे नहीं लगाना चाहेगा।